tag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post2458666634189533644..comments2023-05-09T12:56:43.727+05:30Comments on ठीक-ठाक: रंग दे बसंती से आगे ....तरुण गुप्ताhttp://www.blogger.com/profile/11509702207023720743noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post-88426896559390578872009-02-21T11:09:00.000+05:302009-02-21T11:09:00.000+05:30दो महीने बाद वापसी मुबारक मित्र.सही फरमा रहे हैं व...दो महीने बाद वापसी मुबारक मित्र.सही फरमा रहे हैं वाकई ..यह दुखद है.पर क्या करे फ़िल्म जगत में इसकी परम्परा काफ़ी पुरानी है.नदिया के पार के एकाध गीत किसी लोकल गीतकार ने लिखे थे पर जब फ़िल्म आई थी तो हर जगह रवीन्द्र जैन जी मौजूद थे.मुन्ना कुमार पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/12224271576773627604noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post-23564924585379286382009-02-21T02:26:00.000+05:302009-02-21T02:26:00.000+05:30किसी के महान होने के मिथक ऐसे भी मौके को देखकर टूट...किसी के महान होने के मिथक ऐसे भी मौके को देखकर टूटते हैंविनीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post-36514158298803503922009-02-20T17:02:00.000+05:302009-02-20T17:02:00.000+05:30बहुत अच्छा लिखा हैबहुत अच्छा लिखा हैMANVINDER BHIMBERhttps://www.blogger.com/profile/16503946466318772446noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post-45527521029513789922009-02-20T16:30:00.000+05:302009-02-20T16:30:00.000+05:30यह माँग बिल्कुल जा़यज है। बहुत अच्छी पोस्ट लिखी है...यह माँग बिल्कुल जा़यज है। बहुत अच्छी पोस्ट लिखी है।बधाई।'रंग दे बसंती' हमे भी बहुत अच्छी लगी थी।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com