tag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post9144056770194668427..comments2023-05-09T12:56:43.727+05:30Comments on ठीक-ठाक: संस्कारगत विवेक और डैली बैलीतरुण गुप्ताhttp://www.blogger.com/profile/11509702207023720743noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-173029304905057225.post-91206730630217996552011-07-26T17:42:59.592+05:302011-07-26T17:42:59.592+05:30भाई, गाली हिन्दी में हो या र्इंग्लिश में गाली-गाली...भाई, गाली हिन्दी में हो या र्इंग्लिश में गाली-गाली होती है। तुमने जिन हॉलीवुड फिल्मों की बात की वो सहीं है लेकिन हम जहां रहते है, वहां इस तरह की फिल्मों को स्वीकारने में हमें अभी समय लगेगा। इस फिल्म के बाद सबसे जरूरी बात पैदा होती है कि फिल्मों की भाषा। ओमकारा फिल्म में गालियां दी गई क्योंकि वह फिल्म जिस परिवेश की थी, उसमें गालियों की जरूरत थी लेकिन मुझे डैली बैली देखकर लगा कि इस फिल्म में जबरदस्ती गालियों का प्रयोग किया गया है। तुम खुद ही कह रहे हो कि मै इस फिल्म को परिवार के साथ नहीं देख सकता तो मुझे लगता है आने वाले समय में तुम्हें तब तज्जुब नहीं होना चाहिए जब तुम और तुम्हारा बेटा या बेटी भी उस फिल्म को चोरी-छुपे देख रहे हो जो तुम कभी साथ नहीं देख सकते हो लेकिन हॉल से बाहर निकलने पर तुम दोनों एक-दूसरे को देखकर एक दूसरे से नजर न मिला सको। फिल्म हमारे मनोरंजन के लिए होती है और जब कोई मनोरंजन का आनंद अपने परिवार के साथ न कर सके तो क्या फायदा। मै फिल्म में सेक्स सीन या गालियां देने से मना नहीं करता लेकिन अगर उनकी जरूरत हो तो वह जरूर हो।<br /> अगर यह डैली बैली जैसी फिल्मों का दौर एक बार शुरू हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब टेलीविजन के सीरियल में भी अपकों गालियों से भरे सीन दिखाये जाएंगे और बिग बॉस अस्मित और पाकिस्तानी अभिनेत्री के बीच जो हुआ फिर वो खुले आम दिखाया जाएगा।kuchbaate.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/09483670999456084785noreply@blogger.com